भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के कर्मचारी ने पीड़ित हो कर जहर खाकर जान देने कोशिश समय रहते डॉक्टरों ने बचाई जान
आगरा भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय एक बार फिर सुर्खियों में आपको बता दें कि पीड़ित ने सुसाइड नोट लिखकर गम्भीर आरोप लगाए हैं। आगरा विश्वविद्यालय के कर्मचारी दिनेश कुशवाहा ने जहर खाकर जान देने कोशिश भी की।पीड़ित पिछले 2 साल से दक्षिण विधानसभा के विधायक एवं शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के यहां माली का कार्य करता था डेढ़ महीने पहले पीड़ित दिनेश ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों को अपनी पीड़ा से अवगत कराया लेकिन अधिकारियों ने कोई संज्ञान नहीं लिया।तो आहत होकर पीड़ित दिनेश कुशवाहा ने शिक्षा मंत्री और उनके बेटे के द्वारा पीड़ित किए जाने से विषैला पदार्थ खाकर अपनी जान देने की कोशिश की।वही समय रहते पीड़ित को आगरा के जीजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों के इलाज के बाद उसकी जान बचाई जा सकी। पीड़ित की पत्नी ने शिक्षा मंत्री व उनके बेटे पर आरोप लगाया हैं वही विश्वविद्यालय की कुलपति ने किसी भी तरह की जानकारी होने से किया माना अब सवाल यह उठता है कि विश्वविद्यालय में कार्यरत कर्मचारी क्यों 2 साल से शिक्षा मंत्री के यहां कार्य कर रहा था किसके आदेश से कुलपति ने किसी भी तरह की जानकारी होने से साफ मना किया है पीड़ित दिनेश कुशवाहा को न्याय दिलाने के लिए छात्र संगठन सपा और कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारीओ ने आज एक संयुक्त प्रेस वार्ता का आयोजन किया। प्रेस वार्ता में विश्वविद्यालय की कुलपति के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं किसके आदेश से विश्वविद्यालय में कार्यरत कर्मचारी को शिक्षा मंत्री के यहां कार्य करने के लिए भेजा। वही छात्र नेताओं का कहना था कि अगर पीड़ित को न्याय नहीं मिलता है तो समाजवादी पार्टी व कांग्रेस के पदाधिकारी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
