सत्ता का गुरुर दिखते हुए सुदामा गुप्ता ने करोड़ों रुपए की बेशकीमती जमीन पर अवैध अतिक्रमण
अनूपपुर जिला अंतर्गत जनपद पंचायत जैतहरी के ग्राम पंचायत चोलना की सबसे कीमती जमीन पर सुदामा गुप्ता का अवैध अतिक्रमण का मामला सामने आया है, जिसमें प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। करोड़ों रुपए मूल्य की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है, लेकिन प्रशासन की निष्क्रियता और दोहरे रवैये के कारण यह समस्या बढ़ती जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, इस मुद्दे पर राजनीति शुरू हो चुकी है और अतिक्रमण हटाने के आदेश के बावजूद दबाव के चलते शासकीय भूमि सुदामा गुप्ता पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। सत्ता पक्ष के कुछ नेता आदेश का पालन न करवाने के लिए प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है। 22 जून 2024 को कलेक्टर के आदेश के बावजूद तहसीलदार ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं की। तहसीलदार ने मौखिक रूप से तीन दिन के भीतर सुदामा गुप्ता के द्वारा किया गया अवैध कब्जा हटाने का निर्देश दिया था, लेकिन सुदामा गुप्ता द्वारा आज दिनांक तक अवैध कब्जा नहीं हटाया गया है, शासन को खुले आम दे रहे चुनौती
यहां तक कि गरीबों की जमीनों पर जेसीबी चला कर अवैध कब्जा हटाया गया, वहीं करोड़ों रुपए की बेशकीमती जमीन पर सुदामा गुप्ता के द्वारा किए गए अतिक्रमण पर प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। इस दोहरे रवैये से जनता में असंतोष बढ़ता जा रहा है और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।
सूत्रों ने यह भी खुलासा किया है कि अतिक्रमण के दौरान नीरज गुप्ता के द्वारा तहसीलदार धनीराम ठाकुर का कॉलर पकड़ा गया था, लेकिन उपस्थित थाना प्रभारी पीसी कोल जैतहरी के द्वारा कोई भी कार्यवाही नही की गई, एवं उच्च प्रशासनिक दबाव के कारण उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। यहां तक कि सरकारी कर्मचारी पर हमला होने के बावजूद कोई कठोर कार्रवाई नहीं की गई। यह घटना प्रशासन की कार्यप्रणाली पर और भी गंभीर सवाल खड़े करती है।
इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है ताकि सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण को रोका जा सके और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
