एमसीबी जिले गरीब आदिवासी जमीन दलालों ने छ बार रजिस्ट्री बेचा
छत्तीसगढ़ मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले मनेंद्रगढ़ क्षेत्र आदिवासी जमीनों को नियमों के विपरीत गैर-आदिवासियों के नाम पर रजिस्ट्री किए जाने का बड़ा घोटाला सामने आया है स्थानीय समुदाय का आरोप है कि यह सब अधिकारियों और जमीन दलालों की मिलीभगत से हो रहा है अधिकारियों पर गंभीर आरोप सूत्रों के मुताबिक, कई मामलों में फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीनों का हस्तांतरण किया गया है। नियम स्पष्ट रूप से आदिवासी जमीन को गैर-आदिवासियों के नाम पर ट्रांसफर करने पर रोक लगाते हैं, लेकिन इसके बावजूद कई रजिस्ट्रियां की गईं स्थानीय लोगों में रोष आदिवासी समुदाय ने अधिकारियों पर साठगांठ और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की अनदेखी के कारण उनकी जमीनों पर कब्जा हो रहा है प्रशासन की चुप्पी पर सवाल इस पूरे मामले में जिला प्रशासन की चुप्पी ने लोगों का गुस्सा और बढ़ा दिया है शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे अधिकारियों की भूमिका पर संदेह गहराता जा रहा है।जांच और कार्रवाई की मांग आदिवासी समाज और सामाजिक संगठनों ने इस घोटाले की सीबीआई या स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि जिम्मेदार अधिकारियों और दलालों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए यह घोटाला आदिवासी अधिकारों के संरक्षण पर गंभीर सवाल खड़े करता है। क्या सरकार और प्रशासन आदिवासी समुदाय को न्याय दिलाने में सक्षम होंगे? यह देखना बाकी है।
