संपदा अधिकारी की मौन स्वकृति से कोयला मजदूर आवास में रह रहे हैं अपराधी प्रवृत्ति के लोग
कोतमा- कोल इंडिया की सह कंपनी एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के कोयला कर्मचारियों के आवास में अवैध रूप से बाहरी एवं अपराधी प्रवृत के तत्व कब्जा करके लंबे समय से निवास कर रहे हैं जिसकी कई बार शिकायत कोयला मजदूर यूनियन के नेताओं के द्वारा लिखित रूप से शिकायत किया गया किंतु कोल प्रबंधन के अधिकारियों की मौन स्वीकृत के कारण आज तक कोयला मजदूर आवासों को खाली नहीं कराया जा सकता जिससे कोयला खदान में कार्यरत मजदूरों को आज तक आवास का आवंटन नहीं किया गया है ज्ञात रहे की जमुना कोतमा क्षेत्र में कोयला मजदूरों के 5000 आवास निर्मित जबकि कार्यरत कोयला मजदूर कुल 2200 ही है, इसके बावजूद भी कोल प्रबंधन की मौन स्वीकृत एवं लापरवाही के कारण कोयला मजदूर जो कार्यरत है उन्हें आज तक आवास आवंटन नहीं किया गया जिस कारण कोयला मजदूर दरबदर भटक रहे हैं,5000 आवास में आधे से ज्यादा लोग अवैध रूप से कोल मजदूर आवास में रहकर फ्री का बिजली पानी एवं अन्य सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं जबकि कोयला मजदूरों के वेतन से एक प्रतिशत की राशि आवास के रखरखाव में काटा जा रहा है जिसको लेकर कोयला मजदूर संगठनों द्वारा दिसंबर माह में कोल प्रबंधन को पत्र देकर अवगत कराया गया था जिस पर प्रबंधन ने कोयला मजदूरों के नेताओं से वादा किया था कि सर्वे कराकर अवैध रूप से कोयला मजदूर आवास में रह रहे अतिक्रमणकारियों को हटाकर अतिक्रमण कार्यों से मुक्त किया जाएगा किंतु चार माह बीत जाने के बाद भी आज तक कोयला मजदूर आवास में अतिक्रमणकारियों अभी भी निवासरत है यूनियन के नेताओं एवं कोयला मजदूरों ने कोल प्रबंधन के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि अतिक्रमणकारियों से प्रभावित होकर कार्रवाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसको लेकर कोयला मजदूर उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत कराएगा।
