हादसों में 18.55% की कमी, 7800 बच्चों को दिया यातायात प्रशिक्षण — फिर भी हटाने की सिफारिश
विधायक ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, अनूपपुर की यातायात प्रभारी ज्योति दुबे को हटाने की मांग
अनूपपुर। जिले में सड़क हादसों की संख्या में आई 18.55% की कमी, 247 नशे में वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई, 7800 स्कूली बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी, और ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार जनजागरूकता अभियान — ये सभी आंकड़े अनूपपुर की यातायात प्रभारी ज्योति दुबे के कार्यकाल की उपलब्धियां हैं। इसके बावजूद क्षेत्रीय विधायक बेसाहु लाल द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ज्योति दुबे को हटाने की सिफारिश की गई है, जिससे प्रशासनिक और जन स्तर पर सवाल खड़े हो गए हैं।
क्या बेहतर कार्य की सजा है स्थानांतरण
यातायात विभाग द्वारा जारी आंकड़े साफ़ तौर पर दर्शाते हैं कि जिले में दुर्घटनाओं में लगातार गिरावट आ रही है। ड्रिंक एंड ड्राइव, ओवरस्पीडिंग और नियमों की अनदेखी पर सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। स्कूलों और ग्रामीण अंचलों में बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए गए हैं, जिससे यातायात नियमों को लेकर सकारात्मक माहौल बना है।
राजनीतिक दबाव या प्रशासनिक निर्णय
सवाल यह उठ रहा है कि जब एक अधिकारी जनहित में इतने प्रभावी कार्य कर रहा है, तो फिर उसे हटाने की अनुशंसा क्यों की गई? क्या यह एक राजनीतिक दबाव है या कोई व्यक्तिगत असहमति?
जिले के कई जागरूक नागरिकों का कहना है कि यदि एक अधिकारी के बेहतर कार्यों के बावजूद उसका स्थानांतरण किया जाता है, तो इससे बाकी अधिकारियों का मनोबल भी प्रभावित हो सकता है।
