गंदगी और भ्रष्टाचार की मार, जनता बेहाल
किर्गी पंचायत में समस्याओं का अंबार, लेकिन सरपंच-सचिव शादी समारोहों में व्यस्त
मनीष अग्रवाल संवाददाता राजेंद्रग्राम
पुष्पराजगढ़। जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के अंतर्गत सबसे बड़ी ग्राम पंचायत किर्गी इन दिनों अव्यवस्था और गंदगी से कराह रही है। पंचायत का मुख्य मार्ग, जहां सरकारी अस्पताल और स्टेट बैंक जैसे प्रमुख संस्थान स्थित हैं, वहां चारों ओर कचरे का अंबार लगा हुआ है। जैसे ही कोई मंडल द्वार से पंचायत में प्रवेश करता है, गंदगी और बदबू से स्वागत होता है।
मंडल द्वार के पास की नाली में महीनों से सफाई नहीं हुई, जिससे रास्ते में चलना भी मुश्किल हो गया है। हैरत की बात यह है कि पंचायत को हर माह लाखों की आमदनी होती है, फिर भी साफ-सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। सफाईकर्मियों ने बताया कि उन्हें पिछले छह महीनों से वेतन नहीं मिला है, जिसके चलते वे काम करने में असमर्थ हैं।
शौचालय तोड़ा, बनाई गई दुकान
किर्गी पंचायत में शौचालय की भारी कमी है। बस स्टैंड और बजरंग चौक जैसे स्थानों पर शौचालय या तो उपलब्ध नहीं हैं या वर्षों से बंद पड़े हैं। खासकर बाजार क्षेत्र में बना सार्वजनिक शौचालय, जिसे लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया था, उसे तोड़कर वहां दुकान बना दी गई और कथित तौर पर उसे लाखों रुपये में बेच भी दिया गया।
जनता परेशान, जिम्मेदार व्यस्त
इन समस्याओं के बीच पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी, सरपंच और सचिव, शादी-ब्याह जैसे निजी आयोजनों में व्यस्त नजर आते हैं, जबकि जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए दर-दर भटक रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
अब सवाल यह उठता है कि क्या पंचायत की जिम्मेदारियां सिर्फ कागज़ों तक सीमित रह गई हैं? और क्या कोई अधिकारी इन समस्याओं का स्थायी समाधान निकालेगा, या जनता यूं ही गंदगी और अनदेखी का शिकार बनी रहेगी?
