पगना से अमगवां पहुंचे तीन हाथी,रात भर कई गांव में किया विचरण,खेतों एवं बाडिंयों में लगे फसलो को बनाया आहार
अनूपपुर : हाथों का समूह विगत तीन दिन निरंतर पगना गांव के जंगल में दिन में ठहरते हुए रात के समय खेतों में लगे फसलों को आहार बनाते हुए शुक्रवार की सुबह पगना से चल कर ग्राम पंचायत अमगवां के खिरनानाला के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं हाथियों द्वारा विगत रात कई ग्रामीण अंचलों में विचरण कर खेत एवं बाडिंयों में लगे विभिन्न तरह की फसलों को अपना आहार बनाया है।
तीन हाथियों का समूह पिछले तीन दिनों से वन परिक्षेत्र अनूपपुर एवं जैतहरी की सीमा में स्थित ग्राम पंचायत पगना एवं गोबरी के मध्य जंगलों में दिन में ठहरते हुए रात होते ही किसानों के खेतों में लगी फसलों को नुकसान किया है गुरुवार की रात तीनों हाथी पगना गांव के जल्दाबांध में स्थित नरेश सिंह के खेत में लगे गर्मी वाले धान की फसल को निरंतर तीसरे दिन आहार बनाया इस बीच ग्रामीणों द्वारा ट्रैक्टर एवं हो-हल्ला कर हाथियों को खदेडे जाने पर तीनों हाथी पगना के जल्दबांध,पगना कछरा होते हुए ग्राम पंचायत कांसा के छटनटोला,बेलापार होकर तिपान नदी को पार करते हुए नगदहा गांव पहुंचकर प्रफुल्ल कुमार मेहता के खेत में लगे प्याज को कुचलते हुए देर रात अनूपपुर-जैतहरी मुख्य मार्ग एवं अनूपपुर-बिलासपुर रेलवे लाइन को छुलहा गांव के बम्हुरिया तालाब के पास से पार करते हुए ग्राम पंचायत छुलहा के खिरनाटोला में कैलाश कोल,संकेश कोल,भैयालाल कहार, रामप्रसाद कोल एवं ग्राम पंचायत अमगवां के खिरनाटोला निवासी मुन्ना चौधरी,खेलावन राठौर के खेत एवं बाडिंयों में लगे विभिन्न तरह की फसलो,गन्ना,केला को आहार बनाते हुए शुक्रवार की सुबह ग्राम पंचायत अमगवां में खिरनानाला के मध्य स्थित छुलहनी में स्थित राजस्व के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं हाथियों द्वारा देर रात कई ग्रामीण अंचलों में विचरण किया,वहीं वनविभाग का गश्ती दल हाथियों के विचरण एवं ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए ग्रामीणों को विभिन्न माध्यमों से सचेत एवं सतर्क करता रहा जिस कारण किसी भी तरह की अनहोनी नहीं हो सकी।
