पंडो बस्ती में सड़क नहीं होने से मरीज को खाट पर 4 किलोमीटर मरीज ढोकर लाना पड़ा
छत्तीसगढ़ मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर चिरमिरी पोड़ी जिले में नगर निगम चिरमिरी की सीमा से सटे ग्राम पंचायत सरभोका के पंडो बस्ती तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाई जिससे मरीज को चारपाई खाट पर मरीज को ढोकर करीब 4 किलोमीटर पैदल चले और पहुंच मार्ग तक लाए यह एरिया मनेंद्रगढ़ विधानसभा में आता है और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का इलाका है ग्राम पंचायत सरभोका के आश्रित ग्राम नवाडीह (टेड़वा साजा) में पंडो जनजाति वर्ग के लोग निवासरत हैं यहां की जनसंख्या करीब 500 है लेकिन गांव तक पहुंच मार्ग नहीं बना है। इससे राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पंडो जनजाति के लोग परेशान हैं गौरतलब है कि पंडो बस्ती ग्राम टेड़वा साजा निवासी बुधराम पंडो 4 साल से बीमार हैं। उसकी तकलीफ बढऩे के कारण बुधवार को अस्पताल ले जाने के लिए परिजनों ने एंबुलेंस को फोन कर बुलाया। लेकिन गांव तक पहुंच मार्ग नहीं होने के कारण एंबुलेंस नहीं पहुंच पाई ऐसे में मरीज बुधराम को चारपाई पर ढोकर 4 किलोमीटर पैदल लेकर परिजन सडक़ तक पहुंचे फिर नवाडीड स्कूल के पास से एंबुलेस में लिटाकर जिला अस्पताल चिरमिरी में भर्ती कराया गया है गांव में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पंडो जनजाति की संख्या ज्यादा है साथ ही कुछ गोंड समाज के लोग भी निवासरत हैं वन ग्राम होने के कारण आज तक पक्की सडक़ नहीं बन पाई है यहां के ग्रामीणस जनप्रतिनिधियों से आवागमन की सुविधा मुहैया कराने गुहार लगा चुके हैं मरीज का उपचार जारी जिला अस्पताल चिरमिरी की चिकित्साधिकारी डॉ. उषा लकड़ा का कहना है कि मरीज का ब्लड सैंपल लिया गया और एक्स-रे कराया गया है जिला अस्पताल में मरीज का उपचार जारी है