जिलाध्यक्ष की घोषणा के बाद तय होंगे बाकी 3 मण्डल अध्यक्षो के नाम 

जिलाध्यक्ष की घोषणा के बाद तय होंगे बाकी 3 मण्डल अध्यक्षो के नाम 

यदि जिलाध्यक्ष की घोषणा के बाद बनाये गए मण्डल अध्यक्ष तो इन अध्यक्षो के मताधिकार का क्या होगा

राजा तिवारी और वेद द्विवेदी में कोई एक बनेगा अनुपपुर नगर मण्डल का भाजपा का मण्डल अध्यक्

अनुपपुर। संगठन महापर्व के अंतर्गत भारतीय जनता पार्टी में चल रही संगठन चुनाव की प्रक्रिया में अनूपपुर जिले के 16 मंडलों में 13 मण्डल अध्यक्ष की घोषणा हो चुकी है। वही शेष 3 मण्डल अमरकण्टक, अनूपपुर नगर मंडल और पसान के मण्डल अध्यक्षो की घोषणा शेष है। राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चाओं की माने तो एक तरफ जहां राजनैतिक प्रतिद्वंदिता में अमरकण्टक में विक्की द्विवेदी और रोशन पनारिया में पेंच फंसा हुआ है। वही पसान में अजय यादव व मिंटू सिंह के बीच निर्णय होगा वही मुख्यालय के अनुपपुर नगर मण्डल की बात करे तो राजा तिवारी और वेद द्विवेदी में से किसी एक नाम पर मण्डल अध्यक्षी की मोहर लग सकती है।

राजा तिवारी की छवि बिगाड़ने का असफल प्रयास

सूत्रों की माने तो अनुपपुर नगर में जिस तरह रामलाल रौतेल और बिसाहुलाल सिंह के बीच सामंजस्य की कमी दिखाकर राजा तिवारी के खिलाफ रणनीति बनाकर तमाम तरह की शिकायते की गई। यहां तक कि शिकायत कर्ताओं का सिर्फ एक उद्देश्य यह है कि साम दाम दंड भेद लगाकर किसी तरह राजा तिवारी को मण्डल अध्यक्ष बनने से रोक दिया जाए। जिसको लेकर कुछ तथा कथित लोगो द्वारा झूंठी शिकायतों के साथ झूंठे खबरों का भी प्रकाशन कराया गया। बहरहाल साँच को आंच नही होती। राजनीति में किसी की शिकायत करके उंसकी बुराई बताई जा सकती है। मगर किसी का भाग्य नही बदला जा सकता। राजनैतिक गलियारों में चल रही चर्चाओं की माने तो पार्टी के प्रति समर्पित भावना से काम करने कर्मठ और योग्य कार्यकर्ता को जो जमीनी स्तर से जुड़े हों। उन्हें ही पार्टी संगठन में मण्डल अध्यक्ष केई जिम्मेदारी सौंपेगी। जिनके पास संगठन के लिये समय न हो सिर्फ पद पाने की चाह में जो लोग दावेदारी कर रहे हैं। उन्हें पार्टी कोई मौका नही देगीं। बहरहाल अनुपपुर नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव में भाजपा की परिषद बैठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वर्तमान मण्डल उपाध्यक्ष राजा तिवारी का नाम टॉप सूची में चल रहा है। वही भाजपा के सिंबल पर पार्षदी का चुनाव हार चुके वेद द्विवेदी फिलहाल कालरी की नौकरी के साथ साथ संगठन में मण्डल अध्यक्ष बनने की चाह में नेताओ के चक्कर लगाते नजर आ रहे हैं। कुल मिलाकर अनुपपुर नगर मण्डल का फैसला राजा तिवारी और वेद द्विवेदी के बीच ही होना है। जिंसमे राजा तिवारी के मण्डल अध्यक्ष बनने की ज्यादा संभावना नजर आ रही है।

जिलाध्यक्ष की घोषणा के बाद तय होंगे बाकी 3 मण्डल अध्यक्षो के नाम 

राजनैतिक गलियारों में चल रही चर्चाओं की माने तो जिन भी मण्डल में मण्डल अध्यक्षो की घोषणा नही हुई है। उनकी घोषणा अब जिलाध्यक्षी के चुनाव के बाद ही होगी। जानकारों की माने तो फिलहाल जिलाध्यक्षी की घोषणा होने तक अमरकण्टक, अनुपपुर और पसान के मण्डल अध्यक्षो की घोषणा में अभी विराम लगा हुआ है। जिनकी घोषणा जिलाध्यक्ष चुनाव के बाद होने की जनचर्चा है।

यदि जिलाध्यक्ष की घोषणा के बाद बनाये गए मण्डल अध्यक्ष तो इन अध्यक्षो के मताधिकार का क्या होगा

भाजपा कार्यकर्ता प्रधान पार्टी है जिंसमे बूथ अध्यक्षो की राय सुमारी से मण्डल अध्यक्ष व मण्डल अध्यक्षो की रायसुमारी और समर्थन से जिलाध्यक्ष का चयन होता है। ऐसे में वर्तमान में एक तरफ जहां 13 मण्डल अध्यक्ष का चुनाव हो चुका है। जिसमे 5 मण्डल अध्यक्ष मंत्री दिलीप जैसवाल के क्षेत्र से चुने गए है। वही 6 मण्डल अध्यक्ष हीरा सिंह श्याम के समर्थक माने जा रहे हैं। वही शेष 2 मण्डल अध्यक्ष रामलाल रौतेल के खास माने जा रहे है। बाकी शेष तीन मंडलों की अभी घोषणा नही हुई है। जिनकी घोषणा जिलाध्यक्ष के चुनाव के बाद होने की संभावना है। ऐसे में आगामी जिलाध्यक्ष की घोषणा के बाद यदि तीन मंडलों की घोषणा होती है तो इनके मताधिकार का उपयोग कहाँ और कैसे होगा यह अपने आप मे बड़ा सवाल है।

Apni Khabar24x7
Author: Apni Khabar24x7

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