लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज हो चुका है। तमाम राजनीतिक दल अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए तैयारियों में लगे हुए हैं। इस बीच पीएम मोदी ने वोट बैंक रॉलिटिक्स समेत कई अहम मुद्दों पर सवालों के जवाब दिए है। पीएम मोदी ने बड़ी बात कही है कि उनका हर कार्य केवल चुनावी विचारों या सत्ता से प्रेरित नहीं है। उन्होंनेएक साक्षात्कार में कहा कि सिर्फ इसलिए कि मैं एक राजनेता हूं इसका मतलब यह नहीं है कि मैं जो भी कार्य करता हूं वह केवल चुनाव जीतने या सत्ता के लिए या वोट के लिए होता है।
…तो मैं पूर्वोत्तर में विकास न करता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पीएम मोदी साक्षात्कार में कहा है कि अगर वोट या चुनावी जीत ही उनका एकमात्र उद्देश्य होता तो उन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता नहीं दी होती। पीएम मोदी ने आगे ये भी कहा कि अगर सिर्फ चुनाव जीतना ही मेरा लक्ष्य होता तो तो मैंने पूर्वोत्तर के विकास के लिए काम नहीं किया होता। मैंने सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की तुलना में पूर्वोत्तर राज्यों का सबसे अधिक दौरा किया है।
तमिल भाषा को बढ़ावा देना चाहिए
पीएम मोदी ने साक्षात्कार में कहा कि जैसे तमिलनाडु के व्यंजनों का वैश्वीकरण किया गया है वैसे ही हमें तमिल भाषा के उपयोग को बढ़ावा देना चाहिए। पीएम ने कहा है कि हमने तमिलनाडु की महान विरासत के साथ अन्याय किया है। विश्व की सबसे प्राचीन भाषा भारत में है, फिर भी हमें इस पर कोई गर्व नहीं है। इस समृद्ध विरासत की प्रशंसा पूरी दुनिया में पहुंचनी चाहिए।
400 सीटें जनता का फैसला
पीएम मोदी ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में 400 सीटें जीतने को लेकर लगाए जा रहे नारों पर बात की। उन्होंने कहा कि यह जनता का फैसला है। देश के लोगों ने मिशन 400 तय किया है, मैंने नहीं। पीएम ने कहा कि लोगों को राजनीतिक स्थिरता और अपने वोट की ताकत के महत्व का एहसास हो गया है। बता दें कि तमिलनाडु में 39 लोकसभा क्षेत्र हैं। राज्य में 19 अप्रैल को एक ही चरण में मतदान हो रहा है।
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