कोयला मजदूरों की समस्या को लेकर चल रहे क्रमिक अनशन 12 दिन बाद समाप्त
अनिल गुप्ता की रिपोर्ट कोतमा
अनूपपुर /कोतमा : कोल इंडिया की सह कंपनी एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के कोयला मजदूरों की समस्या को लेकर कोयला मजदूर सभा संगठन ने 28 नवंबर को क्रमिक अनशन जमुना कोतमा क्षेत्र महाप्रबंधक कार्यालय के सामने प्रारंभ किया था जिसको लेकर 9 दिसंबर को जमुना कोतमा क्षेत्र के प्रबंधक ने अनशनकारियों के साथ सभागार कक्ष में बैठकर आपस में निर्णय लिया,जो 12 सूत्रीय मांगों का निराकरण कर क्रमिक अनशन को समाप्त कर दिया गया है, मुख्य रूप से लोडरो की समस्या को मुख्यता से रखा गया जमुना कोतमा क्षेत्र से 2017 से सेवानिवृत एवं लगभग वर्तमान में 137 लोडर वर्तमान में कार्यरत है और मुन्ना यादव एवं रवि साहू जो लोडर पद से माइनिंग सरदार के पद पर चयन उपरांत उनकी बेसिक काट दी गई थी इसके लिए भी पूर्व में लंबी लड़ाई के पश्चात अथक सफल प्रयास के बाद उनका बेसिक फिक्सेशन करवाकर उनको लगभग 70-70 लाख एरियर का भुगतान दिलाया जा चुका था किंतु एमजीबी का भुगतान छोड़ दिया गया था उसका भुगतान नहीं किया गया था म जनवरी के वेतन में एमजीबी को बेसिक में जोड़कर फरवरी माह में भुगतान किए जाने एवं एरियर लगभग 15 से 20 लाख का भुगतान मार्च के वेतन के साथ जोड़कर अप्रैल माह में भुगतान करने की प्रबंधन के बीच सहमति हुई है एवं अन्य कई मुद्दों जैसे रामकेश का कार्य नहीं वेतन नहीं की निराधार पत्र के संबंध में वार्ता कर जल्द कमेटी बनाकर जांच उपरांत भुगतान किए जाने की सहमति बनी प्रबंधन ने सभी 12 सूत्रीय मांगों को ध्यानपूर्वक सोच विचार करके सभी मांगों में अपनी सहमति प्रदान किया है।