हिंदुस्तान पावर के अधीन सीएसआर विभाग द्वारा स्थानीय महिलाओं के लिए चलाया जा रहा है मासिक धर्म स्वच्छता जागरूकता अभियान
अनूपपुर : जैतहरी / हिंदुस्तान पावर का कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) विभाग अनूपपुर जिले के जैतहरी स्थित अपने थर्मल पावर प्लांट के स्थानीय क्षेत्रों में किशोरियों और महिलाओं के मध्य मासिक धर्म स्वच्छता जागरूकता बढ़ाने के लिए एक परिवर्तनकारी पहल चला रहा है। इस पहल के तहत कंपनी ने अब तक 22 स्कूलों की छात्राओं और स्थानीय महिलाओं को 50,000 से अधिक सेनेटरी नैपकिन वितरित किए हैं, साथ ही विभाग ने उन्हें मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूक कराने के लिए व्यापक प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किए हैं।
बता दें, यह पहल हिंदुस्तान पावर के सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यक्रम का एक हिस्सा है और पिछले 7-8 वर्षों से यह अभियान के रूप में निरंतर जारी है। इस पहल से अब तक लगभग 14,000 से अधिक स्थानीय महिलाओं एवं किशोरियों को लाभ प्राप्त हुआ है। इस कार्यक्रम के माध्यम से टीम ने दिसंबर 2024 के अंत तक, जैतहरी और अनूपपुर के आंतरिक ग्रामीण परिवेश की महिलाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता मानकों में सकारात्मक बदलाव लाने हेतु अपनी पहुंच बनाई है ।
आज दिनांक 9 जनवरी 2025 को विभाग द्वारा सामुदायिक केंद्र, मुर्रा में इस पहल के दूसरे चरण के रूप में सेनेटरी नेपकिन वितरण का आयोजन रखा गया, इस आयोजन के माध्यम से इस चरण के तहत 15,000 सेनेटरी नैपकिन स्थानीय स्कूलों और समुदायों की किशोरियों और महिलाओं को मुफ्त में वितरित किए जाएंगे। इस चरण का उद्घाटन लहरपुर ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती शकुंतला बाई गोंड के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान सरपंच महोदया ने कहा, “मैं हमेशा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य और महिलाओं के उत्थान की समर्थक रही हूं और यह पहल से निश्चित ही स्थानीय महिलाएं अपने स्वास्थ के प्रति जागरूक हो सकेंगी। सरपंच महोदया ने वितरण कार्यक्रम के दौरान सभी लाभार्थियों को सेनेटरी नैपकिन के उपयोग और इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में भी बताया।
विभाग़ प्रमुख सत्यम सलील ने बताया कि इस अभियान का उद्वेश्य स्थानीय महिलाओं को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और इसका एक महत्वपूर्ण तत्व स्थिरता मॉडल भी है, जिसमें स्थानीय स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिलाओं को सशक्त बनाना शामिल है। विभागीय अधिकारी रश्मि लखेरा ने बताया कि विभाग के द्वारा अब तक दो स्व सहायता समूहों को प्रशिक्षण दिया गया है, इन एसएचजी की सदस्यों ने विभाग के सहयोग से सेनेटरी नैपकिन को पैकेज कर उन्हें बेचने के लिए एक छोटा व्यवसाय भी शुरू किया है। दुर्गा एसएचजी की सदस्य पार्वती बाई ने साझा किया, “हिंदुस्तान पावर के सीएसआर टीम से मिले प्रशिक्षण ने हमें अपना व्यवसाय शुरू करने का आत्मविश्वास दिया। इस पहल ने हमें आय का एक स्रोत प्रदान किया है और हमारे व्यवसाय को विस्तार देने की क्षमता दी है, फलस्वरूप अब हम इसे समुदाय की महिलाओं तक पहुंचा पा रहे है।” कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित बाल भारती पब्लिक स्कूल, जैतहरी की प्रधानाध्यापक श्रीमती उन्नति जोशी ने बताया कि किफायती सेनेटरी नैपकिन के उत्पादन और वितरण को प्रोत्साहित करके, यह पहल न केवल मासिक धर्म स्वच्छता मानकों को बढ़ाती है बल्कि स्थानीय महिलाओं के लिए स्थायी आजीविका का स्रोत भी प्रदान करती है।
अन्य अथिति के रूप में उपस्थित आई टी आई, जैतहरी के प्रधानध्यापक, श्री मनोज सिंह ने इस विभागीय पहल की सराहना की। एक और अन्य अथिति के रूप में उपस्थित मॉडल स्कूल, मुर्रा लहरपुर की अध्यापिका श्रीमती मान कुमारी ने महिलाओं से चर्चा की, और परम्परागत मिथ्याओ से बचकर, सेनेटरी नेपकिन का उपयोग करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में सैकड़ों की तादात में किशोरियां और स्थानीय महिलाएं ने उपस्थित होकर वितरण का लाभ उठाया।
बता दें कि हिंदुस्तान पावर की सीएसआर गतिविधियां स्वास्थ्य देखभाल से परे शिक्षा, आजीविका और बुनियादी ढांचे के विकास जैसे ग्रामीण विकास कार्यक्रमों तक फैली हुई हैं। कंपनी अपने समग्र दृष्टिकोण से सामुदायिक विकास और स्वास्थ्य देखभाल में सार्थक प्रभाव डालने के लिए प्रतिबद्ध है।