वन माफिया द्वारा जंगल में मशीन लगाकर वृक्षों को काटा जा रहा था जिसकी शिकायत वन मंडलाधिकारी से
अनूपपुर : कोतमा – वन माफियाओं द्वारा दिनदहाड़े कल्याणपुर के बीट आर.एफ. 464 के जंगल में मशीन लगाकर वृक्षों को काटे जाने को लेकर कोयला मजदूर नेता ने वन मंडलाधिकारी विपिन पटेल को दूरभाष पर जानकारी उपलब्ध कराई गई मौके पर वन परिक्षेत्र अधिकारी ने वन हमले को भेज कर पेड़ काटे जाने को लेकर जांच की गई, वनपरिक्षेत्राधिकारी हरीश तिवारी ने बताया कि निजी भूमि होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहे है, जबकि वहीं कोयला मजदूर के यूनियन नेता ने आरोप लगाया है कि कोयला कंपनी द्वारा कोयला उत्खनन के लिए भूमि को लीज पर लिया गया था कोयला उत्खनन के बाद भूमि पर वृक्षारोपण कर वन विभाग को सुपुर्द कर दिया गया था, अभी तक वह किसी की निजी भूमि नहीं है वन विभाग के अधिकारी अपने कर्तव्य से विमुख होकर कार्रवाई से बचना चाहते है,एक और सरकार वृक्षारोपण के लिए करोड़ों अरबो रुपए खर्च कर पर्यावरण को बचाना चाहता है वही कोल इंडिया कंपनी भी अनुबंध के तहत वृक्षारोप पर्यावरण को बचाए रखने के लिए वृक्षारोपण कर वन विभाग को सौंप दिया गया है अब वनों की रक्षा करने के लिए वन परिक्षेत्राधिकारी तरह-तरह का बहाना बनाकर अपने कर्तव्य से विमुख हो रहे हैं कोल माइंस के कोयला मजदूर नेता ने वन विभाग के उच्च अधिकारियों से अपेक्षा की है कि कोतमा वनपरिक्षेत्र के अधिकारी एवं कर्मचारी अपने कर्तव्य से विमुख होकर जंगलों को नष्ट करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं वन भूमि पर भूमाफियाओं द्वारा कब्जा कर नलकूप खनन अवैध रूप से कब्जा कर मकान बना लेना एवं बाउंड्री निर्माण करके जमीन हड़पने का कारोबार जारी है वहीं वन अधिकारी एवं कर्मचारी भ्रष्टाचारी में लिप्त होकर चंद पैसों में जंगल को नष्ट करने में लीन है।
निजी भूमि होने के कारण कार्यवाही करना संभव नहीं है।
हरीश तिवारी
वनपरिक्षेत्राधिकारी कोतमा जिला अनूपपुर मध्य प्रदेश











